Prabhat Books
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फ़रवरी 2025

IS ANK MEN

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संपादकीय

अपने भीतर झाँकना होगा...
संस्कृत के ग्रंथों में एक कथा थी, जो उत्तर प्रदेश की संस्कृत की पाठ्‍यपुस्तकों में पढ़ाई जाती थी। एक साधु ने जंगल में घाेर तपस्या की। कई वर्ष बीत गए थे। ...और आगे

प्रतिस्मृति

सिंहवाहिनी सिंहवाहिनी
आचार्य चतुरसेन चार्य चतुरसेन बहुमुखी प्रतिभा के धनी उस विराट् व्यक्तित्व का नाम है, जिसने आधी शताब्दी तक अनवरत रूप से, नाना विधाओं में साहित्य-सृजन किया। ...और आगे

कहानी

पताका पताका
इरा टाक लेखक, चित्रकार और फिल्मकार। अब तक (काव्य-संग्रह) अनछुआ ख्वाब, मेरे प्रिय,  कैनवस पर धूप; (कहानी-संग्रह) रात पहेली, कुछ पन्ने इश्क, (उपन्यास) लव ड्रग, चौबीस छत्तीस जीरो वन इत्यादि प्रकाशित। ...और आगे

लघुकथा

उपकार औषधि
सत्य शुचि उस दिन मन थोड़ा खिन्न-उदास था। अचानक फोन की घंटी घनघनाई और मेरी निगाहें फोन पर जा अटकीं। ...और आगे

आलेख

सामाजिक समरसता के प्रतिमान थे स्वामी रामानंदाचार्य
शास्त्री कोसलेंद्रदास भिन्न पत्र-पत्रिकाओं में नियमित लेखन। धर्मशास्त्र और दर्शनशास्त्र पर पुस्तक लेखनाधीन। ...और आगे

राम झरोखे बैठ के

खुशी की खोज खुशी की खोज
गोपाल चतुर्वेदी खुशी की खोज युग से लेकर उत्तर-आधुनिक तक की सतत इनसानी तलाश है। ...और आगे

आलेख

प्रयाग महाकुंभ और गंगा की निर्मलता
प्रमोद कुमार अग्रवाल भारतीय प्रशासनिक सेवा से अवकाश प्राप्त डॉ. प्रमोद कुमार अग्रवाल हिंदी साहित्य के प्रतिष्ठित साहित्यकार हैं। ...और आगे

स्‍मरण

अनिल भाई साहब का जाना अखर गया अनिल भाई साहब का जाना अखर गया
आशुतोष चतुर्वेदी वरिष्ठ पत्रकार, अपने कॅरियर की शुरुआत पत्रिका ‘माया’ से प्रशिक्षु पत्रकार के रूप में की। ...और आगे

कविता

बेईमान ही आगे
बिर्ख खडका डुवर्सेली ...और आगे

आलेख

‘मेरे राम का मुकुट भीग रहा है’  निबंध में वर्णित लोकजीवन ‘मेरे राम का मुकुट भीग रहा है’ निबंध में वर्णित लोकजीवन
बी.एड., यू.जी.सी. नेट एवं पीएच.डी.। स्नातक पाठ्‍यक्रम पर चार पुस्तकें प्रकाशित। ...और आगे

साहित्य का भारतीय परिपार्श्व

१९४७ संतोषाबाद पैसेंजर १९४७ संतोषाबाद पैसेंजर
मूल : मधुरंतकम नरेंद्र अनुवाद : राहिला रईस श्री मधुरंतकम नरेंद्र का जन्म १९५७ में आंध्र प्रदेश के दामलचेरुवु गाँव में हुआ था। ...और आगे

व्यंग्य

कॉलोनी के दंत चिकित्सक कॉलोनी के दंत चिकित्सक
कैलाश मंडलेकर पत्र-पत्रिकाओं में विगत ३० वर्षों से व्यंग्य लेखन। हिंदी रंगमंच कला समूह में सक्रिय भागीदारी तथा दुलारी बाई, बाप रे बाप आदि नाटकों में जीवंत अभिनय। ...और आगे

यात्रा-वृत्तांत

गोवा में वे सात दिन
रुक्मणी संगल सुपरिचित लेखिका। धार्मिक, सामाजिक एवं साक्षरता गतिविधियों में सहभागिता। ...और आगे

गजल

रेत की मछलियाँ रेत की मछलियाँ
प्रशांत उपाध्याय सुपरिचित कवि-लेखक। 'शब्द की आँख में जंगल' (नई कविता-संकलन), 'गीतों में झाँकते दोहे' (दोहा-संकलन) ...और आगे

बाल-कहानी

सच्ची सीख सच्ची सीख
कुलभूषण सोनी सुपरिचित कवि एवं कथावाचक। कई काव्य-संग्रह एवं देश की पत्र-पत्रिकाओं में रचनाएँ प्रकाशित तथा आकाशवाणी के कई केंद्रों से प्रसारित। ...और आगे