Prabhat Books
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फ़रवरी 2024

IS ANK MEN

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संपादकीय

नकली बनाम असली
दृश्य १ : सोशल मीडिया पर एक वीडियो को अब तक कई लाख लोग देख चुके हैं। एक गायक है, हाथ में वाद्ययंत्र है और वह मोहम्मद रफी.... ...और आगे

प्रतिस्मृति

पीर, बावरची, भिश्ती, खर पीर, बावरची, भिश्ती, खर
अपनी कविताओं और कथादृष्टि में मिथकीय प्रयोगों के लिए विशेष रूप से जाने जानेवाले संस्कृत साहित्य के मर्मज्ञ श्री अवध नारायण मुद्गल लगभग २७ वर्षों तक टाइम्स ऑफ इंडिया की 'सारिका' .... ...और आगे

कहानी

बँटवारा बँटवारा
एक समर्पित शिक्षाविद्। अपनी यू-ट्यूब पर 'सुनो कहानी' शृंखला में देश की अमूल्य सांस्कृतिक, सामाजिक व आध्यात्मिक धरोहर को भावी.... ...और आगे

लघुकथा

तीन लघुकथाएँ तीन लघुकथाएँ
जाने-माने रचनाकार। 'चन्ना चरनदास', 'दूसरा भीम' (बालकथा-संग्रह), ग्यारह अभिनेय बाल एकांकी। ...और आगे

आलेख

स्वच्छता का महत्त्व एवं संपोषित भविष्य के लिए स्वास्थ्य स्वच्छता स्वच्छता का महत्त्व एवं संपोषित भविष्य के लिए स्वास्थ्य स्वच्छता
सहायक आचार्य, हिंदी अध्ययन केंद्र, केंद्रीय विश्वविद्यालय गुजरात, गांधीनगर। सेंट्रल यूनिवर्सिटी इलाहाबाद से पी-एच.डी...... ...और आगे

ललित निबंध

मन का विच्छेदन मन का विच्छेदन
सुपरिचित रचनाकार। साहित्य की विविध विधाओं में सृजन। वैचारिक एवं वैज्ञानिक दृष्टिकोण से संपन्न ललित-निबंधों.... ...और आगे

कविता

इन दिनों हवाएँ इन दिनों हवाएँ
सुपरिचित लेखक-समालोचक। आचार्य हजारीप्रसाद द्विवेदी के उपन्यास, सर्जनात्मक भाषा और आलोचना, 'जल टूटता हुआ की पहचान' ...और आगे

राम झरोखे बैठ के

आग और विकास आग और विकास
समय के साथ प्रवृत्तियाँ बदलती हैं। कोई यह नहीं सोचता कि मानव विकास का पहला साधन 'आग की खोज' रहा होगा। ...और आगे

यात्रा-संस्मरण

...गंगासागर एक बार ...गंगासागर एक बार
परिचित लेखक-संपादक। बुलंदशहर (उ.प्र.) के मीरपुर-जरारा गाँव में जन्म। देसी चिकित्सा लेखन में विशेष दक्षता। ...और आगे

साहित्य का विश्व परिपार्श्व

सब-वे सब-वे
तेलुगू के सुपरिचित लेखक श्री मोहम्मद खदीरबाबू पेशे से पत्रकार-लेखक हैं। नेल्लूर जिले की आँचतिक भाषा में लिखी गई इनकी कहानियों के संकलन 'दर्गामिट्टा कथलू' ...और आगे

साहित्य का विश्व परिपार्श्व

स्वीटनेस स्वीटनेस
पाँच वर्ष तक नेशनल बुक ट्रस्ट में संपादकीय सहायक, बीस वर्ष तक राज्यसभा सचिवालय में कार्य करने हुए सहायक निदेशक के पद से स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति। ...और आगे

व्यंग्य

हमारे जमाने के गुरुजी हमारे जमाने के गुरुजी
सुपरिचित लेखक। मूलतः व्यंग्य विधा में लेखन! अनेक विधाओं में साहित्य सृजन। विभिन्न पत्र-पत्रिकाओं में डेढ़ सौ से अधिक रचनाएँ प्रकाशित। ...और आगे

बाल-कहानी

कौआ और बिल्ली कौआ और बिल्ली
एक दिन सुबह बबूल के पेड़ के नीचे एक बिल्ली आई। देखा, कौआ मस्त-बढ़िया अंगाकर रोटी का मजा ले रहा है। ...और आगे