RNI NO - 62112/95
ISSN - 2455-1171
एक हकीकतनारी सुरक्षा समिति के आग्रह पर पुलिस ने दिल्ली के एक पॉश इलाके में छापा मारकर देह व्यवसाय में लिप्त कुछ लड़कियों को गिरफ्तार किया। पूछताछ के दौरान इंस्पेक्टर ने एक लड़की से पूछा, “इस दलदल में तुम्हें धकेलने का जिम्मेदार कौन है?” “मैं खुद।” लड़की बिंदास बोली। “क्या?” पुलिस इंस्पेक्टर ने आश्चर्य जाताया। तब नारी सुरक्षा समिति की अध्यक्षा नीरजा वर्मा ने कहा, “नहीं सर, यह झूठ बोल रही है। इस शहर में जिस्मों के सौदागर का जाल फैला हुआ है।” लड़की तब निडरता से बोली, “जब भूख से मरती रही...ग्रेजुएट होकर नौकरी के लिए भटकती रही...माँ के कैंसर के इलाज के लिए पैसे-पैसे के लिए तरसती रही। तब किसी भी सरकारी या गैर-सरकारी संस्था ने ध्यान नहीं दिया। तब मैंने खुद अपना जिस्म बेचने का फैसला किया।” तब समाज, व्यवस्था एवं कानून सब कठघरे में नजर आने लगे। सेवा सदन प्रसाद |
मई 2023
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