कविताएँ

कविताएँ

मालिनी गौतम : सुपरिचित रचनाकार। अब तक ‘बूँद-बूँद एहसास’ (कविता-संग्रह); ‘दर्द का कारवाँ’ (गजल-संग्रह); ‘गीत अष्टक तृतीय’ (साझा गीत-संकलन) एवं प्रतिष्ठित पत्रिकाओं में रचनाएँ प्रकाशित। संप्रति एसोसिएट प्रोफेसर (अंग्रेजी), कला एवं वाणिज्य महाविद्यालय, संतरामपुर (गुजरात)।

कुछ तो था

उनके मध्य प्रेम न था
अब नहीं था तो नहीं था
लेकिन कुछ तो था
जिसने बाँधे रखा उन्हें जीवनभर।

उनके दुःख साझा न ‌थे
लेकिन कुछ तो था साझा
जो द्रवित हो पिघलता रहा
बहता रहा
भिगाेता रहा मन को
अँधेरे-उदास दिनों में।

उनके सुख भी नहीं थे साझा
लेकिन कुछ तो था ही
जो अंतस् में खिलता रहा
महकता-गमकता रहा
और वक्त-बेवक्त बिखर गया
जीवन घाम पर बदली बन।
उनके मध्य नफरत भी न थी
लेकिन कुछ तो था
जो दरकता रहा
टूटता रहा
चुभता रहा किरचों सा
अंदर-ही-अंदर, रह-रहकर।

उनके मध्य कुछ नहीं था
लेकिन कुछ न होकर भी
इस ‘कुछ’ का होना ही
सब कुछ बना रहा उनके जीवन में।

 

जीवन की कलाइयों पर तितली के रंग

कुछ खास काम नहीं था बगीचे में
बस कुछ सूखे पत्ते और
आधे मुरझाए फूल तोड़कर फेंके
कहीं से घास उखाड़ी
कुछ गमलों में गुड़ाई की
और चली आई घर में।

कलाई के आस-पास
एक हल्के से स्पर्श से चिहुँक उठी
एक तितली चली आई थी संग-संग
कर रही थी चहलकदमी बेहद इत्मिनान से
कभी कलाई, कभी हथेली तो कभी उँगलियों पर
गर होती कोई चिड़िया या बिल्ली
होता कोई कबूतर, खरगोश या कुत्ता
तो मैं साहस कर प्यार से छूती, सहलाती
उसे पानी पिलाती

मनपसंद भोजन भी खिलाती
पर तितली को तो सिर्फ चकित हो
देखा जा सकता था
गर छू लेती उसे
तो छूट जाते उसे रंग मेरी कलाई पर।

यों तो उसका उड़े बिना इस तरह
हाथ पर चहलकदमी करना भी
किसी जटिल कविता को समझने जैसा था
वो पता नहीं किस भ्रम में आई होगी
पर मुझे तो उसके उड़ जाने में कोई भ्रम नहीं था।

बहरहाल मैं अपने हाथ को फिर ले गई बगीचे में
रखा उसे नाजुक हरी पत्तियों
और फूलों के बीच
और आँख बंद कर किया इंतजार
उसके वापिस किसी फूल पर चले जाने का।

उसके इस तरह आने और जाने के बीच
झमके थे रंग
प्रेम ने उघाड़े थे पट
सूखे मन पर हुई थी एक नम दस्तक
कहीं छलोछल भरे नीर में
पट से उछलकर गिरा था जैसे कोई कंकड़
और छलक गया था नीर आँखों के किनारों तक।

कुछ तितलियाँ ऐसे ही छोड़ जाती हैं रंग
बिन छुए ही
जीवन की कलाइयों पर।

मालिनी गौतम
४/५७४, मंगल ज्योत सोसाइटी
संतरामपुर-३८९२६०
(गुजरात)
दूरभाष : ९४२७०७८७११

मई 2023

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